धनबाद। खोरठा कवि एवं साहित्यकार के रूप में जाने-माने साहित्य स्वर्गीय विश्वनाथ प्रसाद नागर की श्रद्धांजलि सभा में आज कई खोरठा साहित्यकार एवं कवियों की जुटान हुई। श्रद्धांजलि सभा में खोरठा साहित्यकार डॉक्टर बी एन ओहदार, डॉक्टर विनोद कुमार, डॉक्टर दिनेश दिनमनी, प्रोफेसर अनाम अजनबी, प्रोफेसर नागेश्वर महतो ,श्याम सुंदर महतो ,श्याम ,बासु बिहार, सुंदर केवट रवि, शांति भारत, प्रदीप कुमार, दीपक, महेंद्र प्रबुद्ध, राम किसुन सोनार, प्रयाग महतो, गिरधारी गोस्वामी, आकाश खूंटी के अलावे समाजसेवी वासुदेव प्रसाद राम, चंद्रवंशी महासभा के पूर्व अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार रंजन,पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सह वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र वर्मा, सुभाष चंद्र नागर उर्फ सतीश, रिता नागर,प्रीति नागर, पूजा नगर, गौतम कुमार सिंह, राहुल नागर, रिचा नागर, भीम रवानी ,मनोज कुमार सिंह, मिथिलेश सिंह सहित कई लोगों ने उनके प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। बतादें कि स्वर्गीय नागर व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर रांची विश्वविद्यालय से शोध करने वाले सुधरता शोधार्थी सुजीत कुमार राय, प्रवीण कुमार एवं रूपेश कुमार कुशवाहा के नाम शामिल है। स्वर्गीय नागर पूरे झारखंड में खोरठा कवि के रूप में एवं साहित्यकार के रूप में जाने जाते थे। उनकी जीवनी को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
खोरठा कवि विश्वनाथ प्रसाद नागर की श्रद्धांजलि सभा में जुटे कई साहित्यकार
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March 27, 2025
धनबाद। खोरठा कवि एवं साहित्यकार के रूप में जाने-माने साहित्य स्वर्गीय विश्वनाथ प्रसाद नागर की श्रद्धांजलि सभा में आज कई खोरठा साहित्यकार एवं कवियों की जुटान हुई। श्रद्धांजलि सभा में खोरठा साहित्यकार डॉक्टर बी एन ओहदार, डॉक्टर विनोद कुमार, डॉक्टर दिनेश दिनमनी, प्रोफेसर अनाम अजनबी, प्रोफेसर नागेश्वर महतो ,श्याम सुंदर महतो ,श्याम ,बासु बिहार, सुंदर केवट रवि, शांति भारत, प्रदीप कुमार, दीपक, महेंद्र प्रबुद्ध, राम किसुन सोनार, प्रयाग महतो, गिरधारी गोस्वामी, आकाश खूंटी के अलावे समाजसेवी वासुदेव प्रसाद राम, चंद्रवंशी महासभा के पूर्व अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार रंजन,पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सह वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र वर्मा, सुभाष चंद्र नागर उर्फ सतीश, रिता नागर,प्रीति नागर, पूजा नगर, गौतम कुमार सिंह, राहुल नागर, रिचा नागर, भीम रवानी ,मनोज कुमार सिंह, मिथिलेश सिंह सहित कई लोगों ने उनके प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। बतादें कि स्वर्गीय नागर व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर रांची विश्वविद्यालय से शोध करने वाले सुधरता शोधार्थी सुजीत कुमार राय, प्रवीण कुमार एवं रूपेश कुमार कुशवाहा के नाम शामिल है। स्वर्गीय नागर पूरे झारखंड में खोरठा कवि के रूप में एवं साहित्यकार के रूप में जाने जाते थे। उनकी जीवनी को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
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