Dhanbad : धनबाद जिले में मंईयां सम्मान योजना के तहत बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। जांच में पाया गया है कि 2257 महिलाओं के बैंक खाते डुप्लीकेट हैं, जिनमें से 649 महिलाएं विधवा पेंशन और 1608 महिलाएं दिव्यांग पेंशन की लाभुक थीं।
मंईयां सम्मान योजना की राशि का आवंटन रोक
इन खातों में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद, मंईयां सम्मान योजना की राशि का आवंटन रोक दिया गया है। सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नियाज अहमद ने बताया कि कई महिलाओं ने एक ही बैंक खाते का इस्तेमाल किया है, जबकि कई महिलाएं पहले से ही अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ ले रही थीं।
झारनेट पर अपना पोर्टल लॉन्च
इस मामले में सरकार ने एक नया पोर्टल लॉन्च किया है और अधिकारियों को भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, झारखंड सरकार ने प्रज्ञा केंद्र के साथ अपना करार समाप्त कर दिया है और झारनेट पर अपना पोर्टल लॉन्च किया है।
अधिकारियों को भौतिक सत्यापन करने के निर्देश
सरकार के इस कदम से उम्मीद है कि मंईयां सम्मान योजना के तहत सही लाभुकों को राशि मिलेगी। इसके लिए सरकार ने सभी अंचलों में जांच शुरू कर दी है और डुप्लीकेट खातों की पहचान करने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं।
सबसे ज्यादा डुप्लीकेट झरिया और धनबाद में
इस मामले में सबसे ज्यादा डुप्लीकेट खाते झारिया और धनबाद अंचल में पाए गए हैं। इसके अलावा, बलियापुर, कलियासोल, बाघमारा, पुटकी, निरसा, टुंडी, गोविंदपुर, पूर्वी टुंडी, एग्यारकुंड, तोपचांची में भी डुप्लीकेट खाते पाए गए हैं।
सही लाभुकों को ही मिलेगी योजनाओं का लाभ
सरकार के इस कदम से उम्मीद है कि मंईयां सम्मान योजना के तहत सही लाभुकों को राशि मिलेगी और सरकारी योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुंचेगा।