RANCHI : मंईया सम्मान योजना को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में दायर याचिका पर आज सुनवाई होगी। दायर याचिका को सुनवाई के लिए आज सूचीबद्ध किया है। मुख्यमंत्री ने भाजपा के इशारे पर इस PIL को दायर करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा है। मंईया सम्मान योजना को लेकर लगायी याचिका को लेकर हेमंत सोरेन ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ़ हमने मंईयां के चार किश्तें 57 लाख बहनों के खातों में भेज दी है – वहीं भाजपा मंईयां सम्मान बंद करवाने हेतु एड़ी चोटी का जोड़ लगा रही है। अजब बेशर्मी है हाई कोर्ट में मंईयां सम्मान के ख़िलाफ़ किए केस नंबर PIL 5145/2024 सूचीबद्ध है और तानाशाह पूरी ताक़त से इस योजना को बंद करवाने में जुटी हुई है।
वहीं झामुमो ने भी सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर भाजपा पर निशाना साधा है। झामुमो ने अपने पोस्ट में कहा है कि मंईयां सम्मान बंद करवाने की साजिश जारी है तानाशाहों का – आख़िर तानाशाहों को राज्य की बहनों से दिक्कत क्या है ?
क्या कहा गया है याचिका में
मुख्यमंत्री मइंयां सम्मान योजना पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर की गई जनहित याचिका में प्रार्थी विष्णु साहू ने कहा है कि राज्य सरकार किसी व्यक्ति विशेष के अकाउंट में सीधे राशि नहीं दे सकती है.
याचिका में कहा गया है कि सरकार जनता के टैक्स पर चलती है. जनता से प्राप्त पैसे का कल्याणकारी योजनाओं में इस्तेमाल किया जाना चाहिए. झारखंड में अलगे एक-दो महीने में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. प्रार्थी का आरोप है कि राज्य सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए इस तरह की योजना लेकर आई है.
क्या है मंईयां सम्मान योजना (Maiya Samman Yojana)
मंईयां सम्मान योजना के तहत अभी सरकार प्रत्येक महिला को 1000-1000 रुपये देती है। हालांकि घोषणा किया गया है कि दिसंबर से ये राशि बढ़कर 2500 रुपये हो जायेगी। घोषणा पत्र में भी इसका जिक्र किया गया है।
वहीं कैबिनेट में भी इस पर पहले ही फैसला लिया जा चुका है। भाजपा ने मंईया सम्मान योजना के सामांतर एक योजना गोगो दीदी योजना का ऐलान किया है, जिसके तहत 2100 रुपये प्रति महीने देने की बात कही गयी है।